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मुहावरों का संदेश -दैनिक प्रतियोगिता -24-Mar-2022

बहुत हो गयी मुहावरों की कहानी
आज सुनिए कविता मेरी जुबानी।

घुटने टेकने से न होती है नैया पार
कमर कसोगे तो मिटेगा अत्याचार।

दुश्मन के युद्ध में छुडाने होंगे छक्के
लोहे की टक्कर दे वीर बनोगे सच्चे।
 
सत्कर्मों से मानव चार चाँद लगाओ
टेढी खीर हो कितनी पर न घबराओ।

आस्तीन का साँप गलती से ना पालो 
डसने से पहले अगर-मगर कर डालो।

खून-पसीना एक करके  बढ़ते जाना
दुम दबा भाग न अपनी नाक कटाना।

विद्वानों का जीवन में सदा लोहा मानो
सिर आँखों पर बिठा आदर्श बना लो।

किसी निर्दोष पर न तुम उंगली उठाना 
दोष लगा दूजे पर खुद पड़े पछताना।

हर्ष में संग सबके घी के दीए जलाना 
होकर प्रसन्न जग में प्रकाश फैलाना।

बाल की खाल रिश्तों में ना निकालें
बीती बात पे मिट्टी डाल बात संवारें।

कंधे-से-कंधा मिलाकर चलना होगा
हवा का रुख हमें पहचानना होगा।

लकीर का फकीर बन न हो कल्याण
चैन की वंशी बजा, न मिलेगा त्राण।

ओखली में सिर डालकर न बढ़े शान
दिन-रात एक कर पाओगे पहचान।

गीदड़ भभकी के आगे गर्दन उठाना
रंगे सियार को मुँह तोड़ उत्तर देना।

अंधे की लाठी बन तुम फर्ज निभाना
न फेरना आँखें, पलकों को बिछाना।

मिलें जब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे
नाक कटने से पूर्व कर दो दाँत खट्टे।

तीन-पाँच करने से ना मिलेगी मंजिल
बहानों पर अंकुश लगा जीत लो दिल।

चांदी का जूता मार काम कराना बुरा
कलेजे पर पत्थर रख बोलो खरा-खरा।

गुरु घंटाल होकर भी जब न गले दाल
गढ़ फतह कर खुद पासा पलट डाल।

जख्मों पर न छिड़को नमक मिले दर्द
डूबते को तिनके का सहारा देता गर्द।

आँख के तारे मेरे गांठ बाँध के सुनना 
ले गोद अनाथ को दिल बाग-बाग करना।

डॉ. अर्पिता अग्रवाल

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20 Comments

Punam verma

25-Mar-2022 10:22 AM

Very nice mam

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Dr. Arpita Agrawal

25-Mar-2022 02:18 PM

Thanks a lot Punam ji 😊😊

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Zakirhusain Abbas Chougule

24-Mar-2022 11:43 PM

वाह बहुत सुंदर रचना

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Dr. Arpita Agrawal

25-Mar-2022 12:05 AM

शुक्रिया आदरणीय 😊

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Niraj Pandey

24-Mar-2022 08:09 PM

बहुत ही बेहतरीन👌👌

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Dr. Arpita Agrawal

25-Mar-2022 12:05 AM

बहुत-बहुत धन्यवाद नीरज जी 😊

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